अमेरिका में बजट डिफिसिट का नया रिकॉर्ड, कारोबारी साल के पहले 11 महीने में हुआ 3 लाख करोड़ डॉलर का घाटा
अमेरिका का बजट डिफिसिट इस बजट वर्ष के पहले 11 महीने में रिकॉर्ड रिकॉर्ड 3 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गया है। यह बात अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कही। कोरोनावायरस के कारण आई आर्थिक मंदी से निपटने के लिए सरकार द्वारा खर्च बढ़ाए जाने के कारण देश का बजट डिफिसिट इस रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है।
अक्टूबर से अगस्त तक का बजट डिफिसिट 11 माह के पिछले रिकॉर्ड बजट डिफिसिट के मुकाबले दोगुने से भी अधिक है। 11 महीने का पिछला रिकॉर्ड बजट डिफिसिट 2009 में 1.37 लाख करोड़ डॉलर का दर्ज किया गया था। उस वक्त सरकार ने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के कारण आई आर्थिक मंदी से अर्थव्यवस्था को बाहर निकालने के लिए बेतहाशा खर्च किया था।
पूरे कारोबारी साल में और बढ़ सकता है बजट डिफिसिट
अमेरिका में बजट वर्ष 2020 समाप्त होने में एक महीना और बचा हुआ है। 30 सितंबर को बजट वर्ष समाप्त होने तक देश का बजट डिफिसिट और भी बढ़ सकता है। कांग्रेस के बजट ऑफिस का अनुमान है कि इस बजट वर्ष में देश का बजट डिफिसिट 3.3 लाख करोड़ डॉलर रह सकता है।
पिछले साल अमेरिका का बजट डिफिसिट 984 अरब डॉलर था
इससे पिछले साल अमेरिका का बजट डिफिसिट मात्र 984 अरब डॉलर था। पूरे एक कारोबारी साल में बजट डिफिसिट का पिछला रिकॉर्ड 2009 का है, जब अमेरिका को 1.4 लाख करोड़ डॉलर का बजट डिफिसिट हुआ था। कोरोनावायरस महामारी से लड़ने के लिए अमेरिकी कांग्रेस ने अभी तक करीब 3 लाख करोड़ डॉलर के राहत को मंजूरी दी है।
जीडीपी के 98% तक पहुंच जाएगा इस साल के आखिर तक सरकार का कर्ज
कांग्रेस के बजट ऑफिस का अनुमान है कि इस साल के आखिर तक सरकार का कर्ज अमेरिका की जीडीपी के 98 फीसदी के बराबर हो जाएगा और अगले साल यह कर्ज देश की जीडीपी से भी ज्यादा हो जाएगा। 1940 के दशक के बाद अब तक ऐसा नहीं हुआ है। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका का कर्ज जीडीपी से ज्यादा हो गया था।
कर्ज बढ़ने के बाद भी पिछले साल से 10% घट गया है ब्याज
2019 के आखिर में सरकार का कर्ज जीडीपी के 79 फीसदी के बराबर था। महामंदी से पहले 2007 में यह जीडीपी के 35 फीसदी के बराबर था। अमेरिका का सरकारी कर्ज भले ही बढ़ा है, लेकिन इस पर चुकाया जा रहा ब्याज पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी घटकर 484 अरब डॉलर पर आ गया है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि ब्याज इसलिए कम हो गया है, क्योंकि मंदी के कारण ब्याज दर घट गई है।
टैक्स रेवेन्यू 1.3% घटा
इस कारोबारी साल में अगस्त तक अमेरिका का टैक्स रेवेन्यू 3.05 लाख करोड़ डॉलर रहा। यह पिछले साल की समान अवधि के टैक्स रेवेन्यू के मुकाबले 1.3 फीसदी कम है। वहीं अमेरिकी सरकार का खर्च इस दौरान 6.05 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 4.16 लाख करोड़ डॉलर था।
देश का वित्तीय घाटा इस कारोबारी साल में जीडीपी के 8% से ऊपर जाने की आशंका
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